वर्तमान में उत्तराखंड एक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. राज्य की राजनीतिक अस्थिरता से समूचे राज्य में एक उबाल सा है . ऐसे में जब हमारे नीति नियंता सोये हुए हैं .वर्तमान में राज्य में शिक्षा वयवस्था लड़खड़ाई हुई है,जहां एक ओर राज्य में अनेकों विद्यालयों में ज्यादा अध्यापक हैं, वही दूसरी ओर कई विद्यालयों में अध्यापक ही नहीं है,जो मन में आये पहले वो घोस कर दी जाती है बाद में चुनाऊ जीतने के बाद सब भुला दिया जाता है आखिर क्यों. वर्तमान में उत्तराखंड के हालत क्या सही है जरा सोचिये महानुभाव ,थोडा राजनीती से ऊपर उठकर देखिये तो आखिर केसे हालातो में आप जीत कर आये है आप लोग इस समाज को ही भुलाने में ही लगे है याद करिए अपने कर्ताव्यौं को और तबी आप समाज की सची सेवा कर पाएंगे.
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